बिग बॉस ओटीटी 3 के चकाचौंध भरे मंच पर दर्शकों को एक अनोखी हस्ती से रूबरू होने का मौका मिला। ये कोई चमचमाती सिनेमाई हस्ती या धाक जमाने वाला खिलाड़ी नहीं थे, बल्कि एक जमीन से जुड़ी हुई आम सी महिला थीं, जिन्हें “वड़ा पाव गर्ल” के नाम से जाना जाता था। दिल्ली की रहने वाली चंद्रिका गेरा दीक्षित अपने लाजवाब वड़ा पाव और हौसले से भरे मजबूत व्यक्तित्व के लिए पूरे देश में चर्चा का विषय बन गईं।
चंद्रिका की कहानी किसी प्रेरणादायक उपन्यास से निकलकर साक्षात सामने आने जैसी लगती है। बड़े घराने की लाडली के रूप में पली-बढ़ी लड़की नहीं थीं चंद्रिका। उनके ख्वाब भले ही आलीशान महलों के नहीं थे, लेकिन उनकी रगों में एक अलग ही जुनून दौड़ता था – लोगों को खुश करने का जुनून, वो भी लज़ीज़ वड़ा पाव बनाकर। इस जुनून को हकीकत में बदलने के लिए चंद्रिका ने न तो परिस्थितियों को रोड़ा बनने दिया और न ही समाज की रूढ़ियों को। उन्होंने अपने हाथों से एक सफल वड़ा पाव स्टॉल खड़ा किया। सिर्फ 10 हज़ार रुपये से शुरू हुआ ये सफर उनकी मेहनत और जुनून की बदौलत एक मिसाल बन गया। हर दिन निकलती थीं वो अपने ठेले पर, माथे पर मेहनत की शिकन और हाथों में स्वाद का जादू लिए। उनकी खुशमिजाजी और लजीज वड़ा पाव का जादू चलता गया, और देखते ही देखते चंद्रिका गेरा दीक्षित बन गईं “वड़ा पाव गर्ल”, जिनके स्टॉल पर चखने के लिए दूर-दूर से लोग आते।
लेकिन चंद्रिका का असली धमाका बिग बॉस ओटीटी 3 के शानदार घर में हुआ। जब वो कैमरों की भरमार के बीच इस शानदार घर में दाखिल हुईं तो मानो वहां की हवा ही बदल गई। अपने साथ लाए मसालेदार और लजीज वड़ा पाव से उन्होंने न सिर्फ घरवालों को अपना दीवाना बना लिया, बल्कि देशभर के दर्शकों को भी अपनी कहानी से मंत्रमुग्ध कर दिया। बिग बॉस के घर में भले ही उनका सफर छोटा रहा, मात्र 2 हफ्तों का ही, मगर इस कम समय में भी उन्होंने अपनी मेहनत की कहानी और निडर व्यक्तित्व से दर्शकों को प्रेरणा दी। उनकी सादगी, दृढ़ता और हर चुनौती का सामना करने का हौसला – ये वो चीजें थीं जिन्होंने दर्शकों को चौंका दिया।
चंद्रिका गेरा दीक्षित सिर्फ एक सफल फूड वेंडर ही नहीं हैं, बल्कि एक सशक्त महिला और एक आदर्श मां भी हैं। वह अकेले ही अपनी बेटी की परवरिश कर रही हैं। दुकान चलाने के साथ-साथ वो समाजसेवा में भी अपना योगदान देती हैं। महिला सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता की वो एक मजबूत मिसाल हैं। बिग बॉस ओटीटी 3 में आने के बाद से उनकी लोकप्रियता और भी बढ़ गई है। आज चंद्रिका गेरा दीक्षित लाखों लोगों के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं। उनका जीवन इस बात का सबूत है कि आप चाहे जहां से भी आते हों, अगर आपके पास जुनून है और उसे पाने की जद्दोजहद है, तो आप किसी भी मुकाम को हासिल कर सकते हैं। चंद्रिका की कहानी हमें यह भी सीख देती है कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता, सिर्फ मेहनत और लगन से ही आप अपने सपनों को हकीकत का रूप दे सकते हैं।