24 जुलाई 2024: सोने-चांदी प्रेमियों के लिए मंगलवार का दिन निराशाजनक रहा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा बजट में सोने-चांदी की कस्टम ड्यूटी में कटौती की घोषणा के बाद, दोनों कीमती धातुओं की कीमतों में भारी गिरावट देखने को मिली।
सोने की कीमतों में गिरावट:
24 कैरेट सोना:
पिछले दिन ₹72,838 प्रति 10 ग्राम था।
आज ₹68,500 प्रति 10 ग्राम पर आ गया है।
4,338 रुपये की गिरावट।
22 कैरेट सोना:
पिछले दिन ₹64,950 प्रति 10 ग्राम था।
आज ₹61,050 प्रति 10 ग्राम पर आ गया है।
3,900 रुपये की गिरावट।
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चांदी की कीमतों में गिरावट:
चांदी:
पिछले दिन ₹88,995 प्रति किलोग्राम था।
आज ₹84,275 प्रति किलोग्राम पर आ गया है।
4,720 रुपये की गिरावट।
विश्लेषकों का कहना:
विश्लेषकों का कहना है कि कस्टम ड्यूटी में कटौती से आयात शुल्क कम होगा, जिससे सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट देखने को मिली है।
इसके अलावा, अमेरिकी डॉलर के मजबूत होने और वैश्विक बाजारों में अनिश्चितता बढ़ने का भी सोने-चांदी की कीमतों पर असर पड़ा है।
क्या यह गिरावट जारी रहेगी?
यह कहना मुश्किल है कि सोने-चांदी की कीमतों में यह गिरावट जारी रहेगी या नहीं।
यह कई कारकों पर निर्भर करता है, जैसे कि वैश्विक बाजारों की स्थिति, अमेरिकी डॉलर की गतिविधि और घरेलू मांग।
सोने-चांदी खरीदने का सही समय?
अगर आप सोने-चांदी खरीदने का प्लान बना रहे हैं, तो आपको थोड़ा इंतजार करना चाहिए।
कीमतों में अभी और गिरावट की संभावना है।
हालांकि, अगर आप लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं, तो यह एक अच्छा समय हो सकता है।
सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट के पीछे कई संभावित वजहें हो सकती हैं:
1. वैश्विक बाजार:
बाजार | प्रभाव | विवरण |
---|---|---|
अमेरिकी डॉलर | कीमतें कमजोर होती हैं | मजबूत अमेरिकी डॉलर के कारण निवेशक डॉलर में निवेश करना पसंद करते हैं, जिससे सोने-चांदी की मांग कम हो जाती है। |
ब्याज दरें | मांग में कमी | उच्च ब्याज दरों के कारण लोग सोने में निवेश करने की बजाय बचत और ऋण लेने पर ध्यान देते हैं। |
मंदी का डर | कीमतें बढ़ सकती हैं | वैश्विक अर्थव्यवस्था में मंदी के डर के कारण निवेशक सोने जैसी सुरक्षित संपत्ति में निवेश करते हैं, जिससे इसकी मांग और कीमत बढ़ सकती है। |
2. घरेलू मांग:
मांग | प्रभाव | विवरण |
---|---|---|
त्यौहार और शादी का सीजन | मांग और कीमतें बढ़ सकती हैं | त्योहारों और शादी के सीजन में सोने-चांदी की अधिक मांग के कारण कीमतें बढ़ सकती हैं। |
सरकारी नीतियां | कीमतें बढ़ या घट सकती हैं | सरकार द्वारा आयात शुल्क या अन्य करों में बदलाव से सोने-चांदी की कीमतें प्रभावित हो सकती हैं। |
आभूषणों की खरीदारी | कीमतों में गिरावट आ सकती है | आभूषणों की खरीदारी में कमी से सोने-चांदी की मांग कम होती है, जिससे कीमतें गिर सकती हैं। |
3. अन्य कारक:
मुद्रास्फीति: जब मुद्रास्फीति बढ़ती है, तो इसका मतलब है कि चीजों की कीमतें बढ़ रही हैं। इससे सोने और चांदी जैसी मुद्रास्फीति-रोधी संपत्तियों की मांग बढ़ सकती है और इनकी कीमतें बढ़ सकती हैं।
राजनीतिक अस्थिरता: जब किसी देश में राजनीतिक अस्थिरता होती है, तो लोग सोने जैसी सुरक्षित आश्रय वाली संपत्ति में निवेश करते हैं। इससे सोने की मांग बढ़ सकती है और इसकी कीमत बढ़ सकती है।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि सोने-चांदी की कीमतें कई कारकों से प्रभावित होती हैं। यह कहना मुश्किल है कि किसी एक विशेष कारक का क्या प्रभाव होगा। अगर आप सोने-चांदी खरीदने या बेचने का प्लान बना रहे हैं, तो आपको अपनी रिसर्च करना और वित्तीय सलाहकार से सलाह लेना हमेशा बेहतर होता है। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि सोने-चांदी की कीमतें हमेशा उतार-चढ़ाव करती रहती हैं। इसलिए, निवेश करने से पहले अपनी रिसर्च करना और वित्तीय सलाहकार से सलाह लेना हमेशा बेहतर होता है।